बड़ा खुलासा: अर्नब गोस्वामी पर झूठा केस दर्ज कराने वाली महिला की ये तस्वीरें आपको हैरान कर देंगी

मुम्बई पुलिस ने जिस तथाकथित केस में रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल के एडीटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को अरेस्ट किया है उस केस के बारे में असली सच हम आपको बताने जा रहे हैं।

एक इंटीरियर डिजाइनर जिसने अर्नब गोस्वामी के स्टूडियो में काम किया था उसने और उसकी मां ने आत्महत्या कर लिया था।

कहीं कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा था, किसी को कोई बयान नहीं दिया था और अपने पति के आत्महत्या के मात्र कुछ हफ्तों बाद ही उस इंटीरियर डिज़ाइनर की पत्नी किसी और के साथ लिव-इन में रहने लगी। बाद में उसकी बेटी ने अलीबाग पुलिस में शिकायत दी कि अर्नब गोस्वामी ने पेमेंट नहीं दिया था इसलिए मेरे पिता ने आत्महत्या किया।

सच्चाई यह है कि अन्वय की बीबी के दुसरे से यौन सम्बंध थे। वह और उसकी मां दोनों इसी बात से परेशान थे। अन्वय ने आत्महत्या कर ली जबकी मां के बारे में याहू डॉट कॉम की रिपोर्ट माने तो यह भी शक है की उनका गला घोटा गया था। 

फिर इस डायन महिला ने अपने पति और सास के मरते ही अपने प्रेमी के यहां शिफ्ट हो गयी और लिव इन (रखैल बनकर) में रहने लगी। मौत के बहुत समय बाद उसने के सुसाईड नोट दिया। जो की जांच में महत्वहीन पाया गया। 

उसके कुछ ही समय बाद यह महिला अपने पति और सास को निपटाने के बाद अपने मां को भी अपने साथ रख ली। इसके प्रेमी, यह महिला और इसकी मां के इंस्टाग्राम पर दसियों ऐसे फोटों है जिसमें ये तीनों साथ बैठकर दारु पी रहे हैं।

फिर इसके बाद अचानक इसको याद आ गया की इसके पति की आत्महत्या हुई और प्रेस कांफ्रेंस कर रही है। इस तरह के हत्यारन, बिकाऊ, चरित्रहीन, कुल्टा महिला का बच जाना उचित नही है।

कायदे से अब नये सिरे से खोजी पत्रकारिता के माध्यम से यह पता लगाना चाहिये की इस महिला ने किस प्रकार अपने पति को आत्महत्या के लिये मजबूर किया। किस तरह अपने सास की गला घोटकर हत्या कर दी।

इसमे इसकी दारुबाज मां भी बराबर की जिम्मेदार है। एक की आत्महत्या हुई, दुसरे का गला घोटा गया। इसकी जांच तो होना ही चाहिये। मगर यह काम मुंबई पुलिस नहीं कर सकती।

आप खुद देखिए कि अर्नब गोस्वामी के खिलाफ केस दर्ज कराने वाली नाइक परिवार की ये माँ-बेटी आत्महत्या के बाद कितने निराश, आहत, पीड़ित थे कि अपने गमो को भुलाने के लिए कभी कभी डांस बार मे बियर दारू पार्टी कर लिया करते थे



मुंबई पुलिस ने पूरी जांच की तो अर्नब गोस्वामी ने इंटीरियर डिजाइनर का बिल और सामने चेक से दिया गया पेमेंट का प्रूफ पुलिस को दे दिया। जिससे साबित हो गया कि जितने का भी बिल उस इंटीरियर डिजाइनर ने अर्नब गोस्वामी को दिया था उतना पेमेंट उसे मिल चुका था। उसके बाद पुलिस ने इस केस में क्लोजर रिपोर्ट लगाकर केस बंद कर दिया।

इस केस में पहली बात तो ये है कि यह आत्महत्या का केस ही रुपए पैसे से जुड़ा हुआ नहीं है। क्योंकि अगर यह केस रुपए पैसे से जुड़ा होता तब वह इंटीरियर डिजाइनर या तो अकेले आत्महत्या करता या उसकी पत्नी उसके साथ आत्महत्या करती। आखिर मां ने उसके साथ आत्महत्या क्यों की? और आत्महत्या के कुछ ही दिनों बाद उसकी पत्नी किसी और के साथ रहने क्यों चली गई?

लेकिन सरकारों के पास बहुत ताकत होती है। सरकार जो चाहे वह कर सकती हैं, लेकिन सरकारें यह भूल जाती हैं कि भारत में हर 5 साल के बाद चुनाव भी होता है।

रवीश कुमार और बरखा दत्त जैसे लोग सही हैं? क्योंकि वो बीजेपी और मोदी के खिलाफ झूठा प्रोपगंडा चलाते हैं? जो सच का साथ देगा उसकी आवाज को हर तरह से दबाने की कोशिश की जाएगी? कंगना रनौत का घर तोड़कर शिव सेना ने पहले ही अपने टुच्चेपन का परिचय दे दिया था। 

इस तरह बदले की भावना से यदि मोदी काम करते तो आज तक महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बची ही नहीं होती।केंद्र सरकार अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करने पर आ जाय तो राज्य सरकार एक दिन नहीं टिकेगी। लेकिन मोदी उस दर्जे का टुच्चापन न कभी किये हैं और न कभी करेंगे। उनके विरोध में दिन रात चिल्लाने वाले पत्रकारों को मैग्सेसे अवार्ड मिलता है और सच कहने वाले को अरेस्ट किया जाता है। 

अब पता चला कि सवाल केवल मोदी सरकार से पूछ सकते हैं, उद्धव सरकार से नहीं l पालघर हत्याकाण्ड, सुशांत की ख़ुदख़ुशी, ड्रग्स मामला, कंगना का सपोर्ट यह सब पत्रकारिता नहीं हैl श्रेष्ठ पत्रकार वहीं है जो मोदी सरकार से सवाल करे।
असली पत्रकारिता में केवल मोदी सरकार से सवाल पूछा जाता है बाक़ी किसी सरकार से नहीं l

इस देश में यही सब चलता रहा तो सच बोलने वाला और सच के लिए लड़नेवाला कोई नहीं बचेगा और बहुत सारे लोग मिलकर हमेशा हर झूठ को सच साबित करते रहेंगे। 

आज अर्नब की ही देन है कि बॉलीवुड का असली घिनौना चेहरा सबके सामने है। ग्लैमरस और सुंदर दिखने वाला बॉलीवुड अंदर से कितना गंदा और बदसूरत है ये आज सबके सामने लाने वाला अर्नब गोस्वामी ही है। बॉलीवुड शुरुआत से ही हिन्दू विरोधी एजेंडे पर काम कर रहा था। इन लोगों ने हमारे भारतीय समाज को एक एजेंडे के तहत जान बूझकर भ्रष्ट किया। इन चंद भ्रष्ठ बॉलीवुड के लोगों ने जानबूझकर बॉलीवुड का इस्लामीकरण किया तथा लव जिहाद और हिन्दू विरोधी एजेंडे को हमेशा बढ़ावा दिया। 

बॉलीवुड को नँगा करके अर्नब गोस्वामी पहले ही इन सबकी आंखों की किरकिरी बन चुके थे। बॉलीवुड और मुम्बई पुलिस का कनेक्शन हर कोई जानता है। एक लंबे अरसे से मुम्बई पुलिस बॉलीवुड के हर बुरे काम में साथ देने और इनके कुकर्मों पर पर्दा डालने का काम करती आई है। 

झूठ बोलना और झूठ का साथ देना आसान है लेकिन सच बोलने, सच दिखाने और सच का साथ देने की हिम्मत हर किसी में नहीं होती। 

'सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं'

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-संजय राजपूत
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