Modi को इतनी नफरत का सामना क्यों करना पड़ रहा है? क्या है इस नफरत की असली वजह?

क्या आपने कभी सोचा है कि PM Modi क्यों बहुत सारे लोगों की आंखों की किरकिरी बनते जा रहे हैं? आखिर क्यों उनके विरोधियों की संख्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है? 

तो आइए आज इस नफरत की असली वजह जानने की कोशिश करते हैं..

आधार लिंक कराने से लाखों फर्जी गरीब गायब हो गए! सभी राज्यों में कई लाख फ़र्ज़ी बीपीएल कार्ड धारी गरीब ख़त्म हो गए ! तीन करोड़ से जायदा फ़र्ज़ी एलपीजी कनेक्शन धारक ख़त्म हो गए !

मदरसों से वज़ीफ़ा पाने वाले 1,95,000 फर्ज़ी बच्चे गायब हो गए! डेढ़ करोड़ से ऊपर फ़र्ज़ी राशनकार्ड धारी गायब हो गए!

ये सब क्यों और कहाँ गायब होते जा रहे हैं ?

चोरो का सारा काला चिटठा खुलने लगा है इसीलिए सारे चोरों ने मिलकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर दी कि आधार लिंक कराना हमारे मौलिक अधिकारों का हनन है और इससे हमारी प्राइवेसी को खतरा है।

अब बताईये चोरों को प्राइवेसी का कैसा अधिकार? और कहते हैं मोदी चोर है।

उन लाखों फर्जी कंपनीयों को चलाने वाले Modi से नफरत करने लगे क्योंकि Modi ने 3 लाख से ज्यादा फर्जी कम्पनियां बन्द करा दी। राशऩ डीलर नाराज़ हो गये, Property Dealer नाराज़ हो गये, ऑनलाइन सिस्टम बनने से दलाल नाराज़ हो गये!

40,000 फर्जी NGO बन्द हो गये है, इसलिए इन NGO के मालिक भी नाराज़ हो गये ! नम्बर दो की Income से Property खरीदने वाले नाराज़ हो गये! E-Tender होने से कुछ ठेकेदार भी नाराज़ हो गये! DBT होने से गैस एजेंसी वाले नाराज़ हो गये! फर्जी गैस कनेक्शन लेकर घरेलू गैस ब्लैक करने वाले नाराज हो गए।

अब तक जो 12 करोड लोग Income Tax के दायरे में आ चुके हैं वह लोग नाराज़ हो गये! GST सिस्टम लागू होने से ब्यापारी लोग नाराज़ हो गये। क्योकि वो लोग Automatic सिस्टम में आ गये है! जिससे टैक्स चोरी करके दो नम्बर का काम करने वाले व्यापारी लोग फलना फूलना बन्द हो गये है!

Black को White करने का सिस्टम एकदम से लुंज सा हो गया है। आलसी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी नाराज हो गये, क्योकि समय पर जाकर काम करना पड रहा हैं! वे लोग नाराज हो गये, जो समय पर काम नही करते थे और रिश्वत लेकर काम करने मे विश्वास करते थे।

10 रुपये महीने में होस्टल का कमरा और 300 रु महीने में खाना खाने वाले और वर्षों तक मुफ्त की रोटी तोड़ने वाले JNU के हरामखोर छात्र भी बहुत परेशान है Modi से। यही वजह है कि JNU मोदी विरोध का गढ़ बन गया।

इनका दुखी होना लाज़मी है। देश में एक बड़े बदलाव की कहानी जो लिखी जा रही है। यह कहानी जिसे समझ में आ रही है वो बदल रहा है और जिसे नही समझ आ रही है वो मंदबुध्दि युवराज के मानसिक गुलाम दूसरों को अंधभक्त बोलकर छाती पीट रहे है!

तो ये हैं Modi से नफरत करने के कुछ मुख्य कारण। यदि आप भी उपरोक्त में से एक हैं तो जाहिर सी बात है कि आपका भी नुकसान हुआ होगा इसलिए आप भी जरूर Modi से नफरत करते होंगे। लेकिन यदि निजी नफा-नुकसान छोड़कर देशहित में सोचेंगे तो यकीन मानिए आप Modi का विरोध करने की बजाय उन्हें सपोर्ट करेंगे। देशहित में थोड़ा निजी नुकसान तो सहना ही पड़ेगा क्योंकि Modi ने भी तो अपने राजनैतिक भविष्य को दांव पर लगाकर इतने कठोर निर्णय लिए हैं। क्योंकि दवा तो हमेशा कड़वी ही होती है लेकिन रोग को खत्म करने के लिए हम उस दवा की कड़वी घूंट लेते ही हैं।

वन्दे मातरम!!
जय हिंद!!
🚩जय श्रीराम🚩

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