1965 भारत-पाक में दो घंटे युद्ध और चला होता तो भारत की सेना ने लाहौर तक कब्जा कर लिया होता ! लेकिन तभी पाकिस्तान को लगा कि जिस रफ्तार से भारत की सेना आगे बढ़ रही है हमारा तो पूरा अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा ! तभी पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा कि वो किसी भी तरह से युद्ध रुकवा दे ! अमेरिका जानता था कि शास्त्री जी इतनी जल्दी नहीं मानने वाले ! क्योंकि वो पहले भी दो -तीन बार भारत को धमका चुका था !
अमेरिका से गेहूं आता था भारत के लिए PL 48 स्कीम के अंडर ! PL मतलब public law 48 ! जैसे भारत मे सविधान मे धराए होती है ऐसे अमेरिका मे PL होता है ! तो बिलकुल लाल रंग का सड़ा हुआ गेंहू अमेरिका से भारत मे आता था और ये समझोता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था !
जिस गेंहू को अमेरिका मे जानवर भी नहीं खाते थे उसे भारत के लोगो के लिए आयात करवाया जाता था ! आपके घर मे कोई बुजुर्ग हो तो आप उनसे पूछ सकते हैं कितना घटिया गेहूं होता था वो !
तो अमेरिका ने भारत को धमकी दी कि हम भारत को गेहूं देना बंद कर देंगे ! तो शास्त्री जी ने कहा हाँ कर दो ! फिर कुछ दिन बाद अमेरिका का बयान आया कि अगर भारत को हमने गेंहू देना बंद कर दिया तो भारत के लोग भूखे मर जाएँगे ! शास्त्री जी ने कहा "हम बिना गेंहू के भूखे मरे तुम्हें क्या तकलीफ है ? हमे भूखे मरना पसंद होगा बशर्ते तुम्हारे देश का सड़ा हुआ गेंहू खाकर। एक तो हम पैसे भी पूरे दे, ऊपर से सड़ा हुआ गेहूं खाये? नहीं चाहिये तुम्हारा गेंंहूँ"
अमेरिका से गेहूं आता था भारत के लिए PL 48 स्कीम के अंडर ! PL मतलब public law 48 ! जैसे भारत मे सविधान मे धराए होती है ऐसे अमेरिका मे PL होता है ! तो बिलकुल लाल रंग का सड़ा हुआ गेंहू अमेरिका से भारत मे आता था और ये समझोता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था !
जिस गेंहू को अमेरिका मे जानवर भी नहीं खाते थे उसे भारत के लोगो के लिए आयात करवाया जाता था ! आपके घर मे कोई बुजुर्ग हो तो आप उनसे पूछ सकते हैं कितना घटिया गेहूं होता था वो !
तो अमेरिका ने भारत को धमकी दी कि हम भारत को गेहूं देना बंद कर देंगे ! तो शास्त्री जी ने कहा हाँ कर दो ! फिर कुछ दिन बाद अमेरिका का बयान आया कि अगर भारत को हमने गेंहू देना बंद कर दिया तो भारत के लोग भूखे मर जाएँगे ! शास्त्री जी ने कहा "हम बिना गेंहू के भूखे मरे तुम्हें क्या तकलीफ है ? हमे भूखे मरना पसंद होगा बशर्ते तुम्हारे देश का सड़ा हुआ गेंहू खाकर। एक तो हम पैसे भी पूरे दे, ऊपर से सड़ा हुआ गेहूं खाये? नहीं चाहिये तुम्हारा गेंंहूँ"
जनता से किया एक दिन के व्रत का आह्वान
पेश की सादगी की अनोखी मिसाल
उनके घर मे एक ट्यूटर भी आया करता था जो उनके बच्चो को अँग्रेजी पढ़ाया करता था ! तो शास्त्री जी ने उसे भी हटा दिया ! तो उसने शास्त्री जी से कहा कि आपके बच्चे अँग्रेजी मे फेल हो जाएंगे ! तब शास्त्री जी ने कहा होने दो फेल ! देश के हजारो बच्चे अँग्रेजी मे ही फेल होते है तो इन्हें भी होने दो ! अगर अंग्रेज़ हिन्दी मे फेल हो सकते है तो भारतीय भी अँग्रेजी मे फेल हो सकते हैं ! ये तो स्वाभाविक है क्यूंकि अपनी भाषा ही नहीं है ये अंग्रेजी!
एक दिन शास्त्री जी की पत्नी ने कहा कि आपकी धोती फट गई है आप नई धोती ले आईये ! शास्त्री जी ने कहा बेहतर होगा कि सूई धागा लेकर तुम इसको सिल दो ! मैं नई धोती लाने की कल्पना भी नहीं कर सकता ! मैंने सब कुछ छोड़ दिया है पगार लेना भी बंद कर दिया है और जितना हो सके कम से कम खर्चे मे घर का खर्च चलाओ !
शास्त्री जी की मौत या हत्या?
बैंक से ऋण लेकर खरीदी कार
उनकी पत्नी ललिता शास्त्री ने भी उनके ईमानदार पूर्वक जिंदगी में उनका पूरा साथ दिया। शास्त्रीजी की वह कार आज भी जनपथ स्थित उनकी कोठी [अब संग्रहालय] में मौजूद है। अब इस कोठी में लालबहादुर शास्त्री संग्रहालय बना दिया गया है।
शास्त्री जी के बेटे अनिल शास्त्री ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, मैंने जब अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया तो उसे प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचा दिया गया. इस पर शास्त्री ने आरटीओ को बुलाया और फटकारते हुए कहा कि बिना ड्राइविंग टेस्ट और सत्यापन के किस आधार पर लाइंसेंस बना दिया गया.
भारत मे शास्त्री जी जैसा सिर्फ एक मात्र प्रधानमंत्री हुआ जिसने अपना पूरा जीवन आम आदमी की तरह व्यतीत किया और पूरी ईमानदारी से देश के लिए अपना फर्ज अदा किया।
जिसने जय जवान और जय किसान का नारा दिया ! क्यूंकि उनका मानना था कि देश के लिए अनाज पैदा करने वाला किसान और सीमा की रक्षा करने वाला जवान दोनों देश के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है !
विदेशी कम्पनियों के थे विरोधी
अंत मे जब उनकी बैंक पासबुक चेक की गई तो सिर्फ 365 रुपए 35 पैसे थे उनके बैंक एकाउंट मे ! शायद आज कल्पना भी नहीं कर सकते कि ऐसा नेता भी हो सकता है।
कुछ अनुत्तरित सवाल...
2.शास्त्री जी की रहस्यमय मौत के बाद भी सरकार द्वारा पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया?
3.शास्त्रीजी की रहस्यमय मौत की जांच क्यों नहीं कराई गई?
4. दो अक्टूबर को गांधी जयंती मनाते हैं लेकिन लालबहादुर शास्त्री की जयंती को क्यों भूल जाते हैं?
5.आखिर क्यों भारत देश के सबसे ईमानदार और सच्चे प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री जी को इस देश ने भुला दिया?
*सौजन्य-फ़िल्म/डॉक्यूमेंट्री